मैं बाहर खड़ा बारिश में.....,
उन हसीन लम्हों को याद करता हूँ...
पानी की टपकती बूंदो के बीच... ,
उन्ही यादों में फिर खो जाना चाहता हूँ...।
कभी हंसते थे साथ...,
कभी लड़ा करते थे...
आज उन्ही दोस्तों के साथ...,
एक पल बिताने को तरसता हूँ...।
एक प्यारी सी मुस्कराहट होंठों पर आती है...,
और ये आंखे नम सा हो जाती है...
जब उन यादों को समेटने की कोशिश करता हूँ....
तो थम सा हो जाता हूँ ...।
शायद हम अपने लक्ष्य को...
पाने में इतना खो गए है.....,
खुद को बड़ा समझ.....
दोस्त का हाल तक पूछना भूल गए हैं...।
और....
आज इस बात का अफसोस मना रहा हूँ ....
बारिश में खड़े होकर खुद को कम....
और आँखों को ज्यादा भीगों रहा हूँ.....।
@AnonymousGlm
#AnonymousGlm
#SandeepGlm🌹
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