इंसान ने वक़्त से पूछा.....
"मै हार क्यूं जाता हूँ ?"
वक़्त ने कहा....
धूप हो या छाँव हो,
काली रात हो या बरसात हो,
चाहे कितने भी बुरे हालात हो,
मै हर वक़्त चलता रहता हूँ,
इसीलिये मैं जीत जाता हूँ,
तू भी मेरे साथ चल,
कभी नहीं हारेगा.......
कल तक उड़ती थी जो मुँह तक,
आज पैरों से लिपट गई....
चंद बूँदे क्या बरसी बरसात की,
धूल की फ़ितरत ही बदल गई....
⏰Enjoy life⏳
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